बिना शब्दों के, GST एक कर है जो उत्पादों और सेवाओं पर लागू होता है और भारतीय अर्थव्यवस्था को सामान्यकृत करने का प्रयास करता है। इसका मुख्य उद्देश्य पूरे देश में एक सामान्य कर दर प्रणाली को स्थापित करना है, जिससे सार्वजनिक कारोबार को सरलता मिले, अनियमितता कम हो, और अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिले।
GST के अंतर्गत, व्यापारिक गतिविधियों पर एक सामान्य कर दर लागू की जाती है, जो राज्य सरकारों और केंद्र सरकार के बीच साझा की जाती है। यह कर दर स्वतंत्र रूप से निर्धारित नहीं की जाती है, बल्कि एक समान कर दर प्रणाली के तहत होती है जिसमें विभिन्न उत्पादों और सेवाओं के लिए विभिन्न दरें होती हैं।
गुड्स एंड सर्विस टैक्स के लागू होने से पहले, भारत में विभिन्न राज्यों और केंद्रीय सरकारों के अलग-अलग कर निर्धारित किए जाते थे, जिससे व्यापारिक गतिविधियों पर परिभाषित करों की पेशकश में जटिलता और आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ता था। GST के अंतर्गत, एक समान कर दर प्रणाली अपनाई गई है, जिससे सार्वजनिक कारोबार को सरलता मिली है और अनियमितता को कम किया गया है।
जब कोई उत्पाद या सेवा विपणन में आता है, तो उस पर निर्धारित राज्य या केंद्रीय सरकार के अनुसार कर लगाया जाता है, जिसमें प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर शामिल हो सकते हैं। इस प्रकार, गुड्स एंड सर्विस टैक्स का प्रणाली पूरे व्यापारिक प्रक्रिया को संगठित और पारदर्शी बनाता है।
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